बेगमपुल पर अंडरग्राउंड ट्रैक तैयार, मेट्रो स्टेशन हो रहा फाइनल

बेगमपुल मेट्रो स्टेशन मेरठ का सबसे बड़ा मेट्रो स्टेशन होगा, और यह एक अंडरग्राउंड स्टेशन होगा। इस स्टेशन का कोड A17 होगा, जिसके जून 2025 से पहले खुलने की उम्मीद हैं। इस स्टेशन से मोदीपुरम की तरफ अगला स्टेशन, एमईएस कॉलोनी मेट्रो स्टेशन और मेरठ साउथ की तरफ अगला मेट्रो स्टेशन भैसाली मेट्रो स्टेशन होगा। बेगमपुल के स्टेशन पर रैपिड मेट्रो और मेरठ मेट्रो दोनों का ठहराव होगा, यहाँ से आप दिल्ली के लिए भी रैपिड मेट्रो में ट्रेवल कर सकेंगे।

बेगमपुल स्टेशन पर ट्रैक तैयार, फाइनल टच का काम शुरू

ताजा जानकारी के मुताबिक, दिल्ली-मेरठ रैपिड मेट्रो कॉरिडोर में मेरठ में बेगमपुल स्टेशन पर अब ट्रैक बिछाने का काम लगभग पूरा हो गया है। अब बस स्टेशन को फाइनल टच दिया जा रहा है ताकि जल्द वह तैयार हो जाए। ऐसी उम्मीद हैं कि अप्रैल के महीने से मेंयहाँ पर ट्रायल शुरू कर दिया जाए।

दिल्ली मेरठ आरआरटीएस में मेरठ के बड़े व्यापारिक केंद्र बेगमपुल में शहर का सबसे बड़ा अंडरग्राउंड नमो भारत स्टेशन बनाया जा रहा है। इस स्टेशन पर दोनों लाइन (अप और डाउन) के लिए ट्रैक बिछाया जा चुका है व फिनिशिंग का काम अंतिम चरण में तीव्र गति से चल रहा है, इसके साथ ही फ्लोरिंग और मार्बल बिछाने समेत अन्य कार्य भी किए जा रहे हैं। बेगमपुल मेरठ में एकमात्र अंडरग्राउंड स्टेशन है, जहां से नमो भारत और मेरठ मेट्रो की सुविधा यात्रियों को मिलेगी। इस स्टेशन पर दो ट्रैक बनाए गए हैं, जहां अत्याधुनिक सिग्नलिंग सिस्टम की मदद से नमो भारत ट्रेन और मेरठ मेट्रो गुजरेंगी।

ऐसा भारत देश में पहली बार होगा कि सेमी हाई स्पीड नमो भारत ट्रेन और मेरठ मेट्रो एक ही ट्रैक पर दौड़ती नजर आएंगी। स्टेशन पर तकनीकी कक्ष भी बनकर तैयार हो गए हैं। फर्श बिछाने व अन्य फिनिशिंग कार्य भी तेज़ी से चल रहे हैं। वातानुकूलन के लिए एसी डक्ट्स भी लगाए जा चुके हैं। इसके साथ ही प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर्स लगाने का कार्य भी तेज गति से किया जा रहा है। स्टेशन में सभी गतिविधियों पर नजर रखने के लिए व आसपास सीसीटीवी कैमरे भी जल्दी लगाए जाएंगे।

246 मीटर लंबा, 24.5 मीटर चौड़ा और 22 मीटर गहरा होगा बेगमपुल मेट्रो स्टेशन

बेगमपुल स्टेशन की लंबाई लगभग 246 मीटर. चौड़ाई करीब 24.5 मीटर स्टेशन की गहराई करीब 22 मीटर है। इतनी गहराई के बावजूद यात्रियों की सुविधा का ध्यान रखा गया है और प्रत्येक एंट्री एग्जिट गेट पर एक लेवल से दूसरे लेवल पर आने-जाने को अलग-अलग जगहों पर कुल 20 एस्केलेटर्स लगाए जाने है, जिनमें से 13 लगाए जा चुके हैं। स्टेशन पर सीढ़ियों के साथ-साथ 7 लिफ्ट का निर्माण भी किया जाएगा, जिनमें से 3 लग चुकी है। NCRTC ने मेडिकल संबंधी सहायता के लिए प्रत्येक स्टेशन पर (AC) लिफ्ट बनाई गई हैं, जिनका आकार बड़ा है ताकि मेडिकल सबंधी सहायता के लिए जरूरत पड़ने पर इसमें स्ट्रेचर आदि भी ले जाया जा सके।

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लेखक
Meerut Metro Guy
UPMRC और NCRTC जल्द ही मेरठ मेट्रो शुरू करने की तैयारी कर रहे हैं। इस परियोजना की शुरुआत 2016 में हुई थी। वेबसाइट (www.meerutmetro.in) और इसके सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म निजी तौर पर बनाए गए हैं और इनका किसी भी सरकारी प्राधिकरण या संगठन से कोई आधिकारिक संबंध या संबद्धता नहीं है, न ही यह किसी भी तरह से उनमें से किसी के द्वारा समर्थित है। हम, meerutmetro.in वेबसाइट के संस्थापक, मेरठ मेट्रो और दिल्ली मेरठ RRTS परियोजना के बारे में सबसे अच्छी सामग्री प्रदान करने के लिए यहाँ हैं। हमारी जानकारी के अनुसार, वेबसाइट/सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर दी गई सभी जानकारी सही है।

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