अस्पतालों के चिकित्सकों और विभिन्न मेडिकल कॉलेजों ने लिया भाग
मेरठ के मेडिकल कॉलेज में हेपेटाइटिस मॉडल ट्रीटमेंट सेंटर द्वारा आयोजित तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का दूसरा दिन शुक्रवार 21 मार्च को संपन्न हुआ, जिसमें विभिन्न मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों के चिकित्सकों ने भाग लिया। नोडल ऑफिसर डॉ. अरविंद कुमार ने प्रशिक्षण सत्र के दौरान प्रतिभागियों के साथ वायरल हेपेटाइटिस को लेकर बातचित की और उनके सवालों के जवाब दिए। इस मौके पर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आर.सी. गुप्ता, एसआईसी डॉ. धीरज राज सहित विभिन्न विभागों के छात्र-छात्राएं भी मौजूद रहे।
कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के प्रोफेसर्स ने अपने अनुभव साझा किए
मेडिकल कॉलेज में स्थापित हेपेटाइटिस मॉडल ट्रीटमेंट सेंटर द्वारा आयोजित तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर के दूसरे दिन, शुक्रवार को विशेष प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में प्रदेश के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों, जिला अस्पतालों और कम्युनिटी हेल्थ सेंटर से आए मेडिकल ऑफिसर्स, फिजिशियन, पैथोलॉजिस्ट और माइक्रोबायोलॉजिस्ट को प्रशिक्षित किया गया। कार्यशाला में डॉ. पंकज कुमार, डॉ. अंशु सिंह, डॉ. योगिता सिंह, डॉ. विवेक ऋषि, डॉ. रचना सेमवाल और डॉ. स्नेहलता वर्मा ने हेपेटाइटिस बी के लक्षण, जांच और उपचार की विस्तृत जानकारी दी। चिकित्सकों ने बताया कि अब सभी जिलों के सरकारी अस्पतालों में हेपेटाइटिस बी के उपचार की सुविधा उपलब्ध है और समय पर जांच और उचित उपचार से इस बीमारी को नियंत्रित किया जा सकता है। दवाओं के माध्यम से हेपेटाइटिस वायरस के लोड को ख़त्म किया जा सकता है।
इसी दौरान कॉलेज के फिजियोलॉजी विभाग द्वारा एक साइंटिफिक स्केचिंग प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें एमबीबीएस सत्र 2024 के छात्रों ने मानव शरीर की विभिन्न क्रियाओं को स्केच के माध्यम से प्रस्तुत किया। विभागाध्यक्ष डॉ. प्रीति राठी के नेतृत्व में आयोजित इस प्रतियोगिता में पाथवे, ईसीजी, डायलिसिस और ओवेरियन साइकिल जैसे विषयों पर छात्रों ने अपनी रचनात्मकता और ज्ञान का प्रदर्शन किया। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को पुरस्कृत किया जाएगा।
ये भी पढ़े : बागेश्वर बाबा धीरेंद्र शास्त्री की कथा के लिए हुआ भूमि पूजन